नमस्ते दोस्तों ..! पिछले पोस्ट में हमने पढ़ा था कि सॉफ्टवेर क्या है ? और CMMI (The Capability Maturity Model Integration) in Hindi अगर आपने अभी तक इसका अध्ययन नहीं किया है तो प्लीज इस लिंक में क्लिक कर इसे पढ़ लेवे । आज हम लोग Product And Process और Waterfall मॉडल के बारे में पढेंगे ।

Product and Process Model क्या है ?

Software, executable programming code का एक समूह होता है। इसी प्रकार जब किसी विशेष उद्देश्य की पूर्ति के लिए software तैयार किया जाता है तो उसे software product कहते हैं। इन्ही software product को तैयार करने के लिए अनेक branch होते हैं जिसमें से एक branch को software engineering branch कहते हैं जिनका कार्य software के लिए अच्छी तरह से परिभाषित वैज्ञानिक सिद्धांतो, विधियों और प्रक्रियाओं का उपयोग करना होता है।

Software development का कार्य अनेक प्रक्रियाओ (processes) से होता है जिसे निम्न diagram से समझ सकते

Process Model क्या है ? Waterfall Model क्या है ? SDLC Example In Hindi

Planning phase क्या है ?

यह सॉफ्टवेर प्रोसेस का पहला फेज (चरण ) होता है इसमें इंजिनियर यह देखता है कि यूजर की Requirement क्या है ? यूजर का डिमांड पता हो जाने के बाद Software की planning की जाती है ।

इसे पढ़े :
A Generic View Of Process In Software Engineering B.C.A.3rd Notes Download in Hindi
डोमेन नाम रेजिस्ट्रेशन कैसे करे ? सबसे सस्ता डोमेन नाम कहा से खरीदे ?
What is Web-Site Testing And Uploading Web-Page in Server In Hindi

System Analysis phase क्या है ?

इस phase में इंजिनियर planing करने के बाद यह देखता है कि यूजर की recruitments को पूरा करने के लिए हमें क्या-क्या चाहिए और हम इसके आवश्यकताओ को कैसे पूरा कर सकते है इसका analysis करता है जैसे: प्रोजेक्ट तैयार करना ,एनालिसिस करना,मेंटेनेंस करना इत्यादि ।

System Design phase क्या है ?

यह एक Continue चलने वाली प्रोसेस phase होता है इसमें Recognition Of Need, Definition of Design Problems ,Criteria, Decision Loop, Optimization, Evaluation , Finalization Process शामिल होता है ।

Code Design phase क्या है ?

जैसे की इसके नाम से ही पता चल रहा है कि इसमें कोडिंग को ध्यान में रखा जाता है यूजर की आवश्यकताओ को ध्यान में रख कर कोडिंग तैयार किया जाता है और यह एनालिसिस करता है कि यूजर को सॉफ्टवेर को चालने में बहुत ही आसान हो interface easy हो ।

Testing phase क्या है ?

गलतियों को के इरादे से जब किसी प्रोग्राम को executeकराया जता है तो उसे टेस्टिंग कहा जाता है । जब प्रोग्राम में कोई bugs आता है तो उसे सर्च करने के लिए टेस्टिंग की जाती है यह एक एसी प्रक्रिया है जो प्रोग्राम को end user को सुपूर्त करने से पहले किया जाता है ।

Implementation phase क्या है ?

इसमें सबसे पहले change के लिए प्रोपोजल आता है इसके पश्चात् अवश्यक्ताओ को निरिक्षण किया जाता है यदि आवश्यकता नहीं है तो वापस प्रोपोजल भेज दिया जाता है और आवश्यकता होती है तो वर्त्तमान आवश्यकता से अपडेट किया जाता है ।

Maintenance phase क्या है ?

इस phase में पूरा सॉफ्टवेर बनने के बाद यह देखा जाता है कि यदि सॉफ्टवेर में किसी प्रकार की maintenance की आवश्यता है तो उसके अनुशार अपडेट किया जाता है ।

इस प्रकार सभी process के हो जाने के पश्चात् एक software बनकर तैयार होता है ।

Process Models क्या है ?

इस model में produce की पूरी life को एक क्रमागत phases में परिभाषित किया जाता है। इसे product life cycle भी कहा जा सकता है। यहाँ product की पूरी life से तात्पर्य तब तक के समय से है जब तक कि उसे उपयोग के बाद उसे uninstall या disassembling न कर दिया जाये। इस models के निम्न तीन phases होते हैं:

  1. Concept phase
  2. Implementation phase
  3. Maintenance phase

ये सभी main phase होते हैं इसलिए इनके sub-phases भी होते हैं जैसे: build phase, design phase, requirement engineering phase इत्यादि। इन sub-phases के अतिरिक्त process model में role, activities एवं work products भी परिभाषित होता है।

इस model के द्वारा एक fixed framework की सुविधा प्रदान किया जाता है जो निम्न तीन सुविधा Product का विकास, project की योजना और planning और परियोजना को track करना और चलाने की सुविधा प्रदान करता है।

What is Waterfall Model In Hindi:

इस model का उपयोग software engineering में सबसे अधिक किया जाता है इसे waterfall model इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसमें अगला phase तभी होगा जब उसके पूर्ण के phase का कार्य पूर्ण हो जाता है।

इसमें विभिन्न phases जो एक के बाद पूर्ण होते जाते हैं जिससे किसी पूर्व के phase में नहीं जाया जा सकता है। इसे निम्न diagram से समझ सकते हैं:

waterfall model kya hai

इसमें software development को एक झरना के रूप में रखा जाता है इसलिए इसे waterfall model कहते हैं। इस model के advantages एवं disadvantages निम्न है

Waterfall Model का Advantages:

  • Waterfall model को समझना आसान कार्य होता है।
  • इसमें प्रत्येक चरण और गतिविधि अच्छी तरह से परिभाषित रहती है।
  • प्रत्येक state में त्रुटियों का शीघ्र पता लगाया जा सकता है।
  • यह model से नया project start करने में मदद भी करता है।
  • इसे structure approach को ध्यान में रखकर तैयार किया जाता है।

Waterfall Model का Disadvantages:

  • पूर्ण हो जाने के बाद इसके पूर्व के stage में जाना कठिन कार्य होता है।
  • इसमें flexibility और adjusting करना कठिन होता है।
  • इसमें plan के विस्तार में अधिक समय और अधिक लागत की आवश्यकता होती है।

अंतिम शब्द –

आशा करता हूँ कि मेरे द्वारा लिखी गयी इस पोस्ट आपके लिए हेल्पफुल साबित हुआ अगर ये पोस्ट आपको अच्छा लगा तो प्लीज अपने दोस्तों के साथ शेयर जरुर करे और हमारे newsletter को सब्सक्राइब जरुर करे ।